संचारक्रांति के जनक,आदर्श राजनेता: राजीव गांधी

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भारत के सबसे युवा प्रधा

नमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी की आज ही के दिन हत्या कर दी गयी थी. भारत में संचार क्रांति के जनक राजीव जी को समर्पित ये ब्लॉग

लोकसभा सदस्य व प्रभावी राजनेता फिरोज गांधी, एवं आयरन लेडी के नाम से जाने वाली भारत की तीसरी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रथम संतान राजीव गांधी का जन्म २० अगस्त १९४४ को मुंबई में हुआ था. देहरादून एवं इंग्लैंड में शिक्षा प्राप्त राजीव जी १९८० तक एक एयर पायलट थे. राजीव जी  ने इतालवी मूल की सोनिया (विवाह पूर्व नाम एन्तानियो एड्विग एल्बिना माइनो) से विवाह किया. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के नाती एवं तीसरी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुत्र होने के बावजूद राजीव जी की रुचि कभी राजनीति में नहीं रही.

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वैसे तो इंदिरा जी की राजनितिक विरासत को सँभालने का दायित्व उनके छोटे भाई संजय गांधी ने उठाया था, पर 23 जून 1980 को दिल्ली में एक दुखद हवाई दुर्घटना में संजय गांधी की मृत्यु के पश्चात् जब इंदिरा जी अकेली पड़ गयीं तब राजीव जी ने इंदिरा जी का हाथ बंटाने राजनीति में प्रवेश किया. अल्प समय में ही राजीव जी लोकप्रियता के चरम पर पहुँच गए एवं कांग्रेस के महासचिव के रूप में संगठन को दृढ़ता प्रदान की.

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३१ अक्तूबर १९८४ को इंदिरा जी की जब उनके अंगरक्षकों ने हत्या कर दी, तब कांग्रेस कार्यसमिति के निर्णय अनुसार राजीव जी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली.

राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) ने अपने दायित्व का निर्वाह बड़े उत्तरदायित्व के साथ किया | इससे राष्ट्र की स्थिति सुदृढ़ हुयी और विश्व समुदाय में भारत की प्रतिष्टा में वृद्धि हुयी | राजीव गांधी की दूरदृष्टि एवं पक्के इरादे से भारत में संचार क्रांति ला दी. शिक्षा, अर्थव्यवस्था एवं तकनिकी क्षेत्र में भारत ने अकल्पनीय उन्नति की. जनतंत्र में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मतदान की आयु १८ वर्ष की. आम आदमी के सुख दुःख में शामिल हो, आम आदमी की परेशानियों को समझ अल्प समय में ही राजीव जी तत्कालीन सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बन गए.

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राजीव जी के शासन में था स्वीडन से बोफोर्स तोपों की खरीद की दलाली का आरोप राजीव गांधी पर लगाया गया. जिसकी वजह से कांग्रेस १९८९ का आम चुनाव हार गयी, यद्यपि कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरी पर बहुमत न होने की वजह से राजीव जी ने सरकार बनाने का दावा ही पेश नहीं किया. उनके विरोधी 15 दिन के अंदर बफोर्स घोटाले का भांडाफोड़ कर सत्ता में आये पर 15 महीने के शासनकाल में भी वे कोई तथ्य राजीव जी विरुद्ध उजागर नही कर सके |

विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार अपने अंतर विरोध की वजह से बिखर गयी और 1991 में राष्ट्रपति ने मध्यावधि चुनाव कराने की घोषणा कर दी | राजीव जी १९९१ में चुनाव प्रचार करते तमिलनाडु के श्रीपेराम्ब्दूर पहुंचे और वहां पर एक भयंकर षड्यंत्र में उनकी हत्या कर दी. भारत ने अपना सर्वाधिक लोकप्रिय नेता आतंकवाद के हाथों खो दिया पर राजीव जी की दूरदृष्टि का से राष्ट्र आज भी उन्नति के पथ पर है.

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भारत की उन्नति की में राजीव जी के योगदान पर भारत हमेशा कृतज्ञ रहेगा. आज उनकी पुण्यतिथि पर राजीव जी के विचार:

भारत एक प्राचीन देश, लेकिन एक युवा राष्ट्र है… मैं जवान हूँ और मेरा भी एक सपना है. मेरा सपना है भारत को मजबूत, स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और दुनिया के सभी देशों में से  प्रथम रैंक में लाना और मानव जाति की सेवा करना.

कारखानों, बांधों और सड़कों को विकास नहीं कहते. विकास तो लोगों के बारे में है. इसका लक्ष्य लोगों के लिए सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पूर्ति करना है. विकास में मानवीय मूल्यों को प्रथम वरीयता दी जाती है.

महिलायें एक देश की सामाजिक चेतना होती हैं. वे हमारे समाज को एक साथ जोड़ कर रखती है.

हर व्यक्ति को इतिहास से सबक लेना चाहिए. हमें यह समझना चाहिए कि जहाँ कहीं भी आंतरिक झगड़े और देश में आपसी संघर्ष हुआ है, वह देश कमजोर हो गया है. इस कारण, बाहर से खतरा बढ़ता है. देश को ऐसी कमजोरी के कारण देश बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है.

शिक्षा को हमारे समाज में बराबरी का स्थान दिया जाता है. यह एक ऐसा उपकरण है जो हमारे पिछले हजारो वर्षो के सामाजिक व्यवस्था को एक बराबर के स्तर पर ला सकता है.

यदि किसान कमजोर हो जाते हैं तो देश आत्मनिर्भरता खो देता है, लेकिन अगर वे मजबूत हैं तो देश की स्वतंत्रता भी मजबूत हो जाती है. अगर हम कृषि की प्रगति को बरकरार नहीं रख पाए तो देश से हम गरीबी नहीं मिटा पाएंगे. लेकिन हमारा सबसे बड़ा कार्यक्रम गरीबी उन्मूलन हमारे किसानों के जीवन स्तर में सुधार लायेगा. गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम का मकसद किसानों का उत्थान करना है.

हमारा आज का काम भारत को इक्कीसवीं सदी में गरीबी के बोझ से मुक्ति, हमारे औपनिवेशिक अतीत की विरासत और हमारे लोगों की बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम होगा.

कुछ दिनों के लिए, लोगों को लगा की भारत हिल गया है. लेकिन उनको यह पता होना चाहिए कि जब एक महान पेड़ गिरता है तो हमेशा झटके लगते है.

वह केवल मेरे लिए ही माँ नहीं थी बल्कि पूरे देश के लिए माँ थी. अपने खून की आखिरी बूंद तक उन्होंने भारतीय लोगों की सेवा की.

 

3 comments

  1. Superb article

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  2. Krishna Kant Awasthi · · Reply

    INDIA is a democratic country and first P.M. Jawahar lal nehru was having foresight for progress, Lal bahadur shastri was a poise and strong P.M., Indira Gandhi was a iron lady with no fear and best foreign policy, Rajiv Gandhi was a real gentleman with a modern outlook for progress of country and mankind, Dr Manmohan singh is areal economist of very high altitude.

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  3. Krishna Kant Awasthi · · Reply

    Bharat Ratna Rajiv Gandhi ko meri Hardik Shradanjali.

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